आदिकालीन साहित्य के पतन के कारण

हर युग में साहित्यिक प्रवृत्तियाँ बदलती रहती हैं । आदिकालीन साहित्य के पतन के लिए निम्न कारण प्रमुख रहे :
  1. अतिश्योक्तिपूर्ण वर्णन
  2. राजाओं का यशोगान व स्तुतिगान ही प्रमुख लक्ष्य
  3. राष्ट्रीयता का अभाव
  4. सामान्य जन जीवन की उपेक्षा
  5. कल्पना की अधिकता
  6. ऐतिहासिकता का अभाव
  7. प्रामाणिकता का अभाव
  8. संदिग्धता

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